- एडिक्शन एक गंभीर बीमारी है जो दिमाग के फंक्शन और व्यवहार पर प्रभाव डालती है लेकिन ईलाज योग्य है।
- एक ही ईलाज सबके लिये उचित नही हो सकता।
- ईलाज हमेशा उपलब्ध होना चाहिए।
- सही ईलाज ऐडिक्ट की विभिन्न आवश्यकता पर भी केन्द्रित होना चाहिये ना की केवल ड्रग्स पर।
- एक निश्चित समय तक ईलाज मे रहना आवश्यक है।
- काउंसलिंग -अकेले या सामूहिक थेरैपी व अन्य बिहेवियरल थेरैपी सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली विधि है।
- दवाईया ईलाज का एक महत्वपूर्ण तत्व है विशेषतया जब काउंसलिंग व बिहेवियरल थेरैपी के साथ सयुंक्त किया जाये।
- एक एडिक्ट के ईलाज व सर्विस योजना का लगातार मुल्यांकन करना चाहिये व परिवर्तन करना चाहिये ताकि वह उसकी बदलती आवश्यकताओ को पूरा कर सके।
- बहुत से ड्रग्स एडिक्ट अन्य मानसिक डिसऑर्डर से पीड़ित होते है।
- मैडिकल डीटॉक्सीफिकेशन केवल ईलाज का पहला हिस्सा है।
- ईलाज के समय मरीज के ड्रग्स लेने के संबध मे ध्यान रखना चाहिये क्योकि ईलाज के दौरान रिलैप्स के अवसर बने रहते है।
June 10, 2019
असरकारक ईलाज के सिद्धांत।
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